NTA NEET UG Wrong Answer : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 14 जून 2025 को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) UG का परिणाम घोषित किया। इस परिणाम के बाद, सफल छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई, लेकिन कई छात्र काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस बीच, NEET में सफल हुए छात्र शिवम गांधी रैना ने आयोग द्वारा की गई एक गंभीर गलती की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने परीक्षा परिणाम में अनियमितताओं के खिलाफ अपनी आवाज उठाई और आयोग से मांग की कि रिजल्ट की समीक्षा की जाए। संशोधित रिजल्ट जारी करने और काउसंलिंग रोकने की मांग की है आइए समझते हैं कि पूरा मामला क्या है ?
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) UG 2025 का परिणाम 14 जून को प्रसारित किया था। इसके पश्चात् नीट में सफल छात्रों ने प्रवेश के लिए काउंसलिंग आरंभ होने का इंतजार किया, लेकिन नीट यूजी 2025 में सफल हुए छात्र शिवम गांधी रैना ने नीट यूजी 2025 की आंसर-की (उत्तर कुंजी) को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। रैना ने दायर याचिका में बताया है कि नीट यूजी 2025 में तीन प्रश्नों के उत्तर गलत थे, लेकिन अंतिम आंसर-की में एनटीए ने उन्हें संशोधित नहीं किया। इस कारण से उसकी रैंक प्रभावित हुई है। दायर याचिका में छात्र ने गलत उत्तरों को हटाकर संशोधित परिणाम जारी करने और काउंसलिंग को रोकने की मांग की है। आइए समझते हैं कि पूरा मामला क्या है।
कौन-कौन से सवालों के जवाब गलत थे?
सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में नीट यूजी 2025 में सफल छात्र शिवम गांधी रैना ने अंतिम आंसर-की को चुनौती दी है। रैना ने अपनी याचिका में स्पष्ट किया है कि नीट यूजी की अंतिम आंसर-की में तीन प्रश्नों के उत्तर गलत थे। उसने बताया कि नीट यूजी 2025 के सवाल नंबर 52, 136 और 140 के उत्तर गलत थे। याचिका में यह दावा किया गया है कि एनटीए ने NCERT पाठ्य पुस्तकों के स्पष्ट प्रमाणों के बावजूद नीट यूजी 2025 के प्रश्न संख्या 136 (कोड 47) सहित कई प्रश्नों के गलत उत्तरों को सही नहीं किया।
याचिका दायर करने वाले छात्र के वकील, एडवोकेट सार्थक चतुर्वेदी ने कहा कि NCERT की कक्षा 11 की जीव विज्ञान पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ नंबर 245 पर स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि एड्रीनल कॉर्टिकल हार्मोन्स हृदय गति को नियंत्रित करते हैं, फिर भी एनटीए ने इस प्रमाण को नजरअंदाज किया। उन्होंने कहा कि एनटीए की ओर से प्रोविजनल आंसर-की जारी करने के बाद छात्र ने 4 जून को NCERT की किताबों को आधार बनाकर प्रश्नों के उत्तर सही करने की अपील की थी, लेकिन अंतिम आंसर-की में कोई सुधार नहीं किया गया और परिणाम जारी कर दिया गया।
5 नंबर का नुकसान हुआ! अब बोनस नंबर देने की मांग
छात्र ने अपनी याचिका में कहा है कि नीट यूजी 2025 में पूछे गए प्रश्नों के गलत उत्तरों से उसे हानि हुई है। उदाहरण के लिए, उसे कुल 5 अंक का हानि हुई है। एक तरफ सवाल के उत्तर गलत होने के कारण 4 अंक का नुकसान हुआ और इसके विपरीत नकारात्मक मार्किंग के कारण एक अंक और कट गया। इस प्रकार उसे 5 अंक का नुकसान हुआ।
छात्र ने बोनस अंक देने की अपील की है। याचिका में छात्र ने कहा है कि 5 अंक का नुकसान होने के अवसर पर उसे नीट यूजी 2025 में कुल 565 अंक प्राप्त हुए हैं। इस आधार पर उसकी ऑल इंडिया रैंक 6783 और सामान्य श्रेणी में रैंक 3195 है। यदि उसे 5 अंक और मिलते, तो उसकी रैंकिंग में सुधार होता और उसे बेहतर चिकित्सा महाविद्यालय में प्रवेश मिलता।