NTA NEET UG Counciling : प्रदेश के राजकीय और निजी मेडिकल डेंटल कॉलेज में संचालित एमबीबीएस और बीडीएस में शैक्षणिक सत्र 2025 26 के लिए प्रवेश काउंसलिंग के माध्यम से संपन्न कराई जाएगी जो 20 नोडल केंद्रों पर आयोजित की जाएगी शासन ने प्रवेश प्रक्रिया को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं पूर्व की तरह इस वार भी राजकीय कॉलेज की 85% सीटों पर केवल उत्तर प्रदेश के मूल निवासियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी जबकि निजी और अल्पसंख्यक संस्थानों में किसी भी राज्य के निवासी अभ्यर्थी दाखिला ले सकेंगे।
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा पार्थ सारथी सेन शर्मा द्वारा साझा किए गए दिशा निर्देशों में कहा गया है कि नीट यूजी 2025 परीक्षा में सफल होने वाले अभ्यर्थियों को सबसे पहले upneet.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराना हुआ पंजीकरण करते समय अभ्यर्थियों को अपनी फोटो दस्तावेज़ और ₹2000 की नोट रिफंडेबल फीस को जमा करवाना हुआ यह पूरी प्रक्रिया नेशनल इनफॉर्मेटिक सेंटर लखनऊ की तकनीकी सहायता से की जाएगी चिकित्सा शिक्षा निदेशक की निगरानी में राज्य स्तरीय मेरिट सूची तैयार की जाएगी जिसके आधार पर कॉलेज का आवंटन किया जाएगा अल्पसंख्यक मेडिकल कॉलेज में 50% सीटें संबंधित धर्म के छात्रों के लिए आरक्षित रखी जाएगी।
पंजीकरण के दौरान अभ्यर्थियों को 20 नोडल केंद्रों में से किसी एक का चयन करना अनिवार होगा जहां उनके दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा इन नोडल केंद्रों में
- किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ
- डॉक्टर राम मनोहर लोहिया संस्थान
- जीएसबीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर
- एलएलआरएम मेरठ
- एमएलबी झांसी
- बीआरडी गोरखपुर
- MLM प्रयागराज
- सैफई इटावा सहित कई राजकीय मेडिकल कॉलेज को चयनित किया गया है।
राजकीय कॉलेज की सीटों पर दाखिले के लिए अगर कोई छात्र उत्तर प्रदेश से हाई स्कूल और इंटरमीडिएट पास कर चुका है तो उसे मूल निवासी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं होगी।
सरकारी कॉलेज में ₹30000 और निजी में ₹200000 सुरक्षा राशि जमा करना जरूरी
काउंसलिंग में हिस्सा लेने के लिए अभ्यर्थियों को रिफंडेबल सिक्योरिटी मनी जमा करवानी होगी सरकारी मेडिकल और डेंटल कॉलेज के लिए यह राशि ₹30000 निजी मेडिकल कॉलेज के लिए 2 लाख रुपए और निजी डेंटल कॉलेज के लिए ₹100000 निर्धारित की गई है हर कोई अभ्यार्थी सरकारी और निजी दोनों विकल्पों में हिस्सा लेना चाहता है तो उसे 2 लाख तक की राशि जमा करनी पड़ेगी।
जाने काउंसलिंग में क्या रखें सावधानी
- पहले चरण की काउंसलिंग के बाद धरोहर धनराशि वापस पाने की सुविधा उपलब्ध होगी यानी यदि आवंटन के बाद कोई अभ्यर्थी प्रवेश नहीं लेता है तो उसकी जमा राशि लौटा दी जाएगी।
- ऐसे अभ्यर्थी दूसरे या तीसरे चरण की काउंसलिंग में फिर से भाग ले सकते हैं।
- दूसरे चरण की काउंसलिंग में वे अभ्यर्थी जिन्हें पहले से सीट अपठित हो चुकी है या जिन्होंने फीस एग्जिट का विकल्प चुना है उन्हें फिर से सुरक्षा धनराशि जमा नहीं करनी पड़ेगी हालांकि इस चरण में यदि कोई अभ्यार्थी आवंटन के बाद प्रवेश नहीं लेता है तो उसकी पूरी राशि जब्त कर ली जाएगी।
- राजकीय कॉलेज में प्रवेश परीक्षा को छोड़कर अन्य राशि लौटी जाएगी जबकि निजी कॉलेज में ट्यूशन फीस वापस की जाएगी।
- तीसरे चरण की काउंसलिंग समाप्त होने के बाद किसी भी अभ्यर्थी को राजकीय मेडिकल कॉलेज की सीट रिक्त करने की इजाजत नहीं की जाएगी।