NEET UG Preparation हर साल लाखों छात्र मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में बैठते हैं जिनमें से बड़ी संख्या हिंदी मीडियम से पढ़ाई करने वाले छात्रों की होती है। उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हिंदी माध्यम स्कूलों का बोल वाला है। हालांकि इन छात्रों के सामने एक बड़ी चुनौती अंग्रेजी भाषा की होती है जिससे वह कभी कभी खुद को कमजोर महसूस करने लगते हैं।लेकिन सच्चाई यह है कि हिंदी मीडियम स्टूडेंट भी नीट में 600 प्लस मार्क्स हासिल कर सकते हैं। बस जरूरत है एक सही दिशा और ठोस राजनीति की। अगर आप भी हिंदी मीडियम से हैं।और नीट की तैयारी कर रहे हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए किसी गाइडलाइन से कम नहीं। NEET UG Preparation की पूरी जानकारी आगे लेख में बताई जा रही है।
सही स्ट्रेटजी से मिलेगी नीट में सफलता
नीट यूजी परीक्षा भारत सरकार की ओर से 13 भाषाओं में आयोजित की जाती है। जिनमें हिंदी भी शामिल है यानी आपको अंग्रेजी से डरने की जरूरत नहीं है आप पूरे प्रश्न पत्र को हिंदी भाषा में हल कर सकते हैं। यह सुविधा सभी छात्रों को सामान अवसर देने के लिए दी जाती है।हिंदी मीडियम से पढ़ने वाले छात्रों के लिए सबसे जरूरी है कि वह एनसीईआरटी की किताबों को अपना आधार बनाएं। बायोलॉजी, फिजिक्स और केमिस्ट्री तीनों विषयों की एनसीईआरटी हिंदी में उपलब्ध है। और यह किताब नीट के सिलेबस के लिए सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है।
इस स्ट्रैटेजी से करें नीट यूजी की तैयारी आसानी से पा सकते हैं 600+ मार्क्स
हर दिन का एक टाइम टेबल बनाएं जिसमें तीनों विषयों को समय दे। सबसे ज्यादा वेटेज बायोलॉजी को दें क्योंकि नीट में बायोलॉजी से 360 अंक तक के प्रश्न आते हैं।नीट की तैयारी के लिए अब कई ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग संस्थान हिंदी मीडियम में भी मटेरियल उपलब्ध कराते हैं।जैसे की Physics Wallah हिंदी मीडियम, Aakash BYJU’S Courses और Unacademy NEET Hindi। इन प्लेटफॉर्म्स पर विषयों को सरल भाषा में समझाया जाता है और हिंदी में मॉक टेस्ट भी मिलते हैं।नीट के पिछले 10 सालों के प्रश्न पत्र हिंदी में डाउनलोड करें और उनका अभ्यास करें। इससे न सिर्फ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि पेपर का पैटर्न भी समझ में आएगा।नीट की तैयारी के लिए नियमित मॉक टेस्ट बेहद जरूरी है। हर हफ्ते एक फुल सिलेबस मॉक टेस्ट दे और अपनी गलतियों का विश्लेषण करें। इससे रिवीजन भी होता रहेगा और टाइम मैनेजमेंट भी सुधरेगा।
हिंदी मीडियम छात्रों को सबसे पहले अपने ऊपर विश्वास करना होगा। भाषा सिर्फ माध्यम है ज्ञान नहीं जब आप विषय की समझ को अच्छे से आत्मसात करेंगे तो आपकी भाषा कोई बाधा नहीं बनेगी। अगर आप भी हिंदी माध्यम से है और नीट 2025 की तैयारी कर रहे हैं तो घबराएं नहीं। सही स्ट्रेटजी,कड़ी मेहनत और आत्मविश्वास के साथ आप भी 600 प्लस अंक प्राप्त कर सकते हैं।