HDFC Home Loan Interest Rate Reduced: एचडीएफसी ग्राहकों के लिए खुशखबरी, पहले से सस्ता हुआ होम लोन अब ब्याज दर इतनी

HDFC Home Loan Interest Rate Reduced: एचडीएफसी ग्राहकों के लिए खुशखबरी, पहले से सस्ता हुआ होम लोन अब ब्याज दर इतनी

HDFC Home Loan Interest Rate Reduced : HDFC बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसमें उन्होंने होम लोन की ब्याज दरों में कटौती की है। यह कटौती हाल ही में लागू की गई है, जिससे होम लोन धारकों को काफी राहत मिली है। नई ब्याज दरों के तहत, ग्राहक पहले से ज्यादा सस्ती दरों पर अपने आवास के लिए लोन ले सकेंगे, जो उनके पारिवारिक बजट पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। यह कदम उन ग्राहकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो अपने सपनों का घर खरीदने की योजना बना रहे हैं। अब ग्राहकों को कम मासिक किस्तें चुकानी होंगी, जिससे उनके लिए घर खरीदना और भी सुलभ हो जाएगा। HDFC बैंक का यह अभिनव कदम बाजार में प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा देगा। इससे होम लोन की नई ब्याज दरें क्या होंगी, यह जानना महत्वपूर्ण है। आइये जानते हैं।

देश के सबसे बड़े बैंक ने अपने ग्राहकों को बड़ा उपहार प्रदान किया है। यदि आपने HDFC बैंक से होम लोन लिया है, तो आपको बड़ी राहत मिल सकती है। बैंक ने ब्याज दरों में कमी कर दी है, यह कमी आज से लागू हो गई है। वास्तव में, भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर बैंक एचडीएफसी ने अपनी एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट- MCLR) दरों में कमी की है, जिससे अब आपकी होम लोन की EMI कम होने वाली है। बैंक ने सूचित किया है कि नई ब्याज दरें विभिन्न अवधि के ऋणों पर लागू होंगी। एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 30 बेसिस पॉइंट्स (0.05% से 0.30%) तक की कमी की घोषणा की है। यह परिवर्तन होम लोन, ऑटो लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरों को प्रभावित करेगा। नई दरें 7 जुलाई 2025 से लागू होंगी।

एचडीएफसी बैंक ने विभिन्न अवधियों के लिए एमसीएलआर दरों में निम्नलिखित परिवर्तन किए हैं:

  • 1 साल की MCLR: पहले 9.10% थी, अब घटकर 8.80% हो गई है (30 बेसिस पॉइंट का कमी)
  • 6 महीने की MCLR: पहले 8.95% थी, अब 8.75% (20 बेसिस पॉइंट की कमी)
  • 3 महीने की MCLR: पहले 8.70% थी, अब 8.65% (5 बेसिस पॉइंट की कमी)
  • 1 महीने की MCLR: पहले 8.60% थी, अब 8.55% (5 बेसिस पॉइंट की कमी)

होम लोन और अन्य ऋणों पर प्रभाव:

यह जानने योग्य है कि होम लोन आमतौर पर 1 साल की एमसीएलआर से जुड़े होते हैं; इस कमी का सबसे अधिक असर होम लोन ग्राहकों पर पड़ेगा। यही नहीं, कम ब्याज दरों की वजह से होम लोन अब अधिक सस्ती होंगी। ऑटो लोन और व्यक्तिगत लोन जैसी अन्य उधारी सेवाओं की लागत भी कम हो सकती है।

हालांकि, जो लोग होम लोन ले चुके हैं और उनका लोन फ्लोटिंग रेट पर है, उनकी मासिक EMI में कमी आ सकती है। 50 लाख रुपये के होम लोन पर 0.30% की कमी से मासिक EMI में 1500-2000 रुपये तक की बचत हो सकती है, जो लोन की अवधि पर निर्भर करेगा।

इसका क्या अर्थ है?

यह कमी लोन ग्राहकों के लिए सकारात्मक है, क्योंकि MCLR ऋण लेने की लागत में कमी लाती है। यह कदम अर्थव्यवस्था में तरलता बढ़ाने और उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने का संकेत हो सकता है। हालांकि, जिनके लोन रेपो रेट से जुड़े हुए हैं, उन्हें इस कमी का कोई लाभ नहीं मिलेगा।

यदि आप लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो यह अनुकूल समय हो सकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह कमी ग्राहकों को कुछ राहत प्रदान कर सकती है। लेकिन ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव और लोन की शर्तों के आधार पर वास्तविक बचत अलग-अलग हो सकती है।

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