
बीएड करने वाले छात्रों के लिए एक गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) ने राज्य के एक दर्जन से अधिक बीएड कॉलेजों पर गतिविधियाँ रोकने का निर्णय लिया है। इन कॉलेजों को कमियों की आधार पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि उन्हें अपनी अनियमितताओं का स्पष्टीकरण देना होगा। एनसीटीई का यह कदम उन छात्रों के लिए एक चेतावनी है जो योग्यता के आधार पर शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं। खासकर, कुछ कॉलेजों में नामांकन रोका जा चुका है, जिससे विद्यार्थियों के भविष्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। यह स्थिति सभी छात्रों और अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है, क्योंकि उन्हें अब वैकल्पिक कॉलेजों की खोज करनी पड़ सकती है। एसटीई ने कौन से कॉलेजों पर और क्यों रोक लगाई पूरी जानकारी आगे लेख में बताई जा रही है।
नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन बिहार के एक दर्जन से अधिक बीएड कॉलेजों पर प्रतिबंध लगाने की संभावना जताई जा रही है। कुछ कॉलेजों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए नामांकन पर रोक भी लगाए जाने की सूचना है। हाल ही में एनसीटीई द्वारा जारी अधिसूचना में सभी कॉलेजों की कमियों को उजागर करते हुए कई बीएड कॉलेजों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जारी अधिसूचना के अनुसार, एनसीटीई ने कई कॉलेजों में शिक्षकों की कमी की बात कही है। कुछ कॉलेजों में पार नहीं भरने के कारण इन्हें रोका गया है। कुछ ने एफडी की राशि जमा नहीं की है। कुछ में शिक्षकों की कमी और किसी अन्य कॉलेज में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी को भी दिखाया गया है।
जिन एक दर्जन बीएड कॉलेजों को नोटिस जारी किया गया है, उनमें मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय के आधा दर्जन कॉलेज शामिल हैं। मगध विश्वविद्यालय से संबंद्ध कुछ बीएड कॉलेजों को रोका गया है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुछ कॉलेज भी शामिल हैं।
जिन्हें नोटिस भेजा गया है उनमें एसएम जाहिर आलम टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, दरभंगा, चंद्रगुप्त मौर्या कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बिहटा पटना, कांति देवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, पटना, आर्यभट्ट टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, दुल्हिन बाजार, पटना, वैद्यनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन, नवादा, राजमुनी देवी बीएड कॉलेज, औरंगाबाद, साईं बीएड और डीएलएड कॉलेज, रोहतास, प्रह्लाद राय टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, बक्सर शामिल हैं। बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कई कॉलेजों को पूर्णिया विश्वविद्यालय में स्थानांतरित करने की अनुमति दी गई है। कुछ कॉलेजों को एफडी की राशि की मांग की गई है। यदि समय पर कॉलेज या विश्वविद्यालय दस्तावेज नहीं जमा करते हैं तो आगे की समस्या हो सकती है। वर्तमान में राज्य के 339 बीएड कॉलेजों में नामांकन प्रक्रिया चल रही है।
पहले राउंड के तहत नामांकन 15 जुलाई तक जारी रहेगा। पहले राउंड के लिए 37150 सीटों में 36 हजार से अधिक सीटों के लिए मेधा सूची जारी की जा चुकी है।