Beema Sakhi Scheme Good News : यदि आप एक महिला हैं और घर से ही आमदनी का साधन तलाश रही हैं, तो भारतीय जीवन बीमा निगम की बीमा सखी योजना आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है। इस स्कीम के अंतर्गत महिलाओं को एलआईसी एजेंट के रूप में काम करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है और प्रशिक्षण अवधि में हर महीने 7000 रुपए तक का स्टाइपेंड उपलब्ध कराया जाता है। सरकार का उद्देश्य सालाना एक लाख बीमा सखी तैयार करना है।यहां जानिए इस योजना की सम्पूर्ण जानकारी कितना स्टाइपेंड मिलेगा, कौन आवेदन दे सकता है और प्रक्रिया कैसी रखी गई है।
जाने बीमा सखी योजना क्या है?
यह योजना केंद्र सरकार और एलआईसी द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से शुरू की गई है। इसमें महिलाओं को बीमा एजेंट की भूमिका निभाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और प्रशिक्षण के उपरांत वे अपने गांव या कस्बे में एलआईसी एजेंट बनकर सेवाएं दे सकती हैं।
जाने महिलाओं को कितना स्टाइपेंड प्राप्त होगा?
ट्रेनिंग के दौरान हर महीने 5000 रुपए से 7000 रुपए तक का स्टाइपेंड प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षण पूरी करने के बाद यदि महिला एलआईसी एजेंट बनती है, तो उसे कमीशन और इंसेंटिव भी प्राप्त होते हैं।इस स्कीम के तहत महिलाएं पहले ही साल में करीब 48000 रुपए तक की कमाई कर सकती हैं, इस तरह तीन साल में 216000 की कमाई कर सकती हैं। कमाई की शुरुआत ट्रेनिंग के साथ ही हो जाती है।अगर कोई महिला इस योजना के तहत लगातार तीन साल तक स्टाइपेंड प्राप्त करना चाहती है, तो पहले वर्ष में शुरू की गई कुल पॉलिसी में से कम से कम 65% पॉलिसी को अगले साल तक सक्रिय बनाए रखना होगा।
जाने इस योजना के लिए कौन कर सकता है आवेदन?
- केवल महिलाएं ही इस योजना में भाग ले सकती हैं।
- उम्र 18 से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास निर्धारित की गई है।
- मौजूदा एलआईसी एजेंट, कर्मचारी या उनके निकट संबंधी इस योजना के लिए योग्य नहीं माने जाएंगे।
जाने आवेदन कैसे किया जाए?
- ऑनलाइन आवेदन हेतु एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट licindia.in या राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन या सीएससी सेंटर की वेबसाइट पर जाएं।
- आवेदन फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज (आयु प्रमाण पत्र, पता प्रमाण, 10वीं की मार्कशीट, पासपोर्ट फोटो, बैंक विवरण) अपलोड करें।
- ऑफलाइन आवेदन के लिए नजदीकी एलआईसी ब्रांच, सीएससी सेंटर या पंचायत कार्यालय में जाकर फॉर्म जमा करें।
- आवेदन के पश्चात चयनित महिलाओं को ट्रेनिंग की सूचना SMS या ईमेल के माध्यम से प्रेषित की जाती है।
- प्रशिक्षण के पूर्ण होने पर बीमा सखी सर्टिफिकेट और एलआईसी एजेंट कोड दिया जाता है।
तीन वर्षों की ट्रेनिंग के दौरान बीमा, वित्तीय साक्षरता, पॉलिसी सेलिंग और ग्राहक से संवाद जैसी महत्वपूर्ण जानकारी दी जाती है। प्रशिक्षण के बाद महिलाएं एलआईसी एजेंट बन जाती हैं और यदि उनका प्रदर्शन उत्कृष्ट रहता है तो वे डेवलपमेंट ऑफिसर की भूमिका में भी प्रवेश कर सकती हैं।