BA-B.Ed and BSc-B.Ed Course Closed News मध्यप्रदेश में शिक्षक बनने का सपना देख रहे छात्रों के लिए एक बड़ा बदलाव सामने आया है। अब राज्य में चार वर्षीय BA-B.Ed और BSc-B.Ed कोर्स को बंद कर दिया गया है। इस साल से इन कोर्सेस में कोई नया एडमिशन नहीं होगा। यह फैसला राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) के निर्देशों के तहत लिया गया ह।
ITEP कोर्स होगा नया विकल्प
अब छात्रों को Integrated Teacher Education Programme (ITEP) के तहत चार वर्षीय नया कोर्स करना होगा। यह कोर्स राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अनुरूप तैयार किया गया है। ITEP कोर्स की खास बात यह है कि इसमें छात्र एक साथ ड्यूल डिग्री हासिल कर सकते हैं और शिक्षक बनने की प्रक्रिया में एक साल की बचत भी होती है।
डॉ. तुलसीराम दहायत, जो उच्च शिक्षा विभाग में OSD हैं, उन्होंने बताया कि फिलहाल कॉलेजों ने पोर्टल पर ITEP को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है। जैसे ही कॉलेजों द्वारा जानकारी अपडेट की जाएगी, तब यह तय हो सकेगा कि राज्य में कितने संस्थानों ने यह नया कोर्स शुरू किया है।
BA-B.Ed, BSc-B.Ed कोर्स बंद होने का कारण
चार वर्षीय इंटीग्रेटेड BA-B.Ed और BSc-B.Ed कोर्स को इसलिए बंद किया गया है क्योंकि NCTE अब पूरे देश में एकरूपता लाने की दिशा में काम कर रही है। ITEP कोर्स को इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि यह बीए और बीएड की पढ़ाई को एक ही कोर्स में सम्मिलित कर देता है, जिससे छात्रों को ज्यादा प्रभावशाली शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त हो सके।
ITEP कोर्स की विशेषताएं
- ड्यूल डिग्री: छात्र चार वर्षों में दो डिग्री – स्नातक (BA/BSc) और B.Ed प्राप्त करते हैं।
- समय की बचत: पारंपरिक ग्रेजुएशन + B.Ed मॉडल में जहां 5 साल लगते हैं, वहीं ITEP कोर्स सिर्फ 4 साल में पूरा किया जा सकता है।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप: यह कोर्स पूरी तरह से NEP 2020 के दिशानिर्देशों के अनुसार है, जिससे आधुनिक शिक्षा प्रणाली की मांगों को पूरा किया जा सके।
2030 से ITEP होगा अनिवार्य
शिक्षा मंत्रालय द्वारा पहले ही स्पष्ट किया गया है कि वर्ष 2030 के बाद से स्कूलों में शिक्षक भर्ती केवल ITEP कोर्स करने वालों से ही होगी। यानी तब तक इस कोर्स को पूरे देश में अनिवार्य रूप से लागू कर दिया जाएगा। शिक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2021 में इस कोर्स को अधिसूचित किया था और कहा था कि इसे समय रहते सभी कॉलेजों में लागू किया जाए।
छात्रों के लिए अब क्या विकल्प हैं?
जिन छात्रों ने पहले से ग्रेजुएशन कर लिया है या कर रहे हैं, उनके लिए दो वर्षीय B.Ed कोर्स का विकल्प अभी भी खुला है। साथ ही वे M.Ed कोर्स भी कर सकते हैं। लेकिन जो छात्र 12वीं के बाद शिक्षक बनने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए अब ITEP कोर्स ही एकमात्र विकल्प बचेगा।
निष्कर्ष
राजस्थान के बाद अब मध्यप्रदेश में भी शिक्षक प्रशिक्षण की दिशा में बड़ा बदलाव हुआ है। ITEP कोर्स शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा देने वाला कदम है, जो आधुनिक शिक्षा प्रणाली के लिए प्रशिक्षित शिक्षक तैयार करेगा। यदि आप शिक्षक बनने का सपना देख रहे हैं, तो ITEP कोर्स के बारे में जानकारी जुटाना और सही कॉलेज का चुनाव करना अब बेहद जरूरी हो गया है।